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BJP New CM of Madhya Pradesh 2024: क्या अब MP में नया मुख्यमंत्री बना रही है बीजेपी?
पदकाल (कार्यकाल) पूरा होने से पहले ही CM बदल देना, BJP पार्टी की आदत (परंपरा) रही है. त्रिपुरा, उत्तराखंड से लेकर गुजरात तक, यह परंपरा एक जैसी ही देखी है. सिर्फ MP (मध्य प्रदेश) ही ऐसा राज्य बचा है जहां चार चुनावों, 20 साल से शिवराज सिंह, पद में बने हुए हैं. बीजेपी भी उनके ही भरोसे है, लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में रंग बदला दिखाई दे रहा हैं.
BJP (भारतीय जनता पार्टी) ने अपने जिन-जिन सांसदों को मैदान में उतार दिया है, वे सारे मुख्यमंत्री पद के पुरे दावेदार हैं. जैसे बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से लेकर नरेंद्र तोमर तक, मध्य प्रदेश के सियासी जंग में उतरने वाले ये उमीदवार, मुख्यमंत्री से कम सक्रिय राज्य में नजर नहीं आते हैं. ये लोग भी खुद को मुख्यमंत्री पद का पूरा दावेदार मानते हैं.
क्या शिवराज की भूमिका बदलेगी?
भारतीय जनता पार्टी चाहे शिवराज के भरोसे बैठी हो, पर जिन नेताओं को केंद्र से राज्य में भेजने की तैयारी की जा रही है, वे सभी CM पद को लेकर अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर कर चुके हैं. विधासनभा चुनावों के लिए 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में एक से बढ़कर एक दिग्गजों के नाम दिखाई दे रहे हैं. तीन केंद्रीय मंत्री तक चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. सीएम बनने के लिए बेताब नेताओं में कैलाश विजयवर्गीय सबसे आगे पहले नंबर पर हैं.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रह्लाद पटेल जैसे नेताओं की भी महत्वाकांक्षा हर दिन सामने आ रही है. ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या शिवराज सिंह की भूमिका बदली जा सकती है और उन्हें केंद्र भेजा जा सकता है. केंद्रीय नेताओं को राज्य में भेजने के पीछे यही रणनीति दिख रही है. और अब अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी BJP विधानसभा चुनाव में उतार देती है तो समीकरण ऐसे ही बनते दिखाई से रहे है, फिर यही माना जाएगा कि अब शिवराज सिंह चौहान की भूमिका बदलने वाली है.
केंद्रीय मंत्रियों के बिना, नरोत्तम मिश्रा जिस तरह से अपनी दावेदारी दिखा रहे हैं, उसे ऐसा लगता है कि अगले मुख्यमंत्री तो वही हैं. हर मुद्दे पर CM शिवराज सिह से पहले उनके बयान सामने आ जाते हैं. उनकी मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा तो जगजाहिर ही है.
क्या इसके लिए तैयार होंगे शिवराज सिंह?
शिवराज सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं. अगर पार्टी उन्हें टिकट न दे तो भी वह बगावत नहीं कर पाएंगे. उनके पास बहुत जनसमर्थन है, यह सच है. उनके कई विधायक वफादार हैं हालाँकि शिवराज सिंह आप कई बार कह चुके हैं कि वह पार्टी के निर्णय का हमेशा सम्मान करते हैं. उनसे जब भी भूमिका बदलने के बारे में सवाल पूछे गये है, उन्होंने बिना किसी झुंझलाहट के जवाब दिए है.
वैसे एक इंटरव्यू के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा था, ‘मैं पार्टी में किसी भी योगदान के बारे में खुद फैसला नहीं कर सकता. बीजेपी पार्टी जो भी फैसला करेगी, मैं करूंगा. अगर पार्टी मुझसे पार्टी कार्यक्रमों में कालीन बिछाने को कहेगी तो मैं वह भी करूंगा. मैं पार्टी का एक सर्वश्रेष्ट कार्यकर्ता हूं जो अपने बारे में निर्णय नहीं लेता है. यह (BJP) पार्टी तय करेगा कि कौन सा व्यक्ति किस स्तर पर रहने लायक है.